सुनो मेरी कहानी

इस कहानी में पेड़ों की उपयोगिता और महत्त को लेकर वर्णन किया गया है | साथ ही, पेड़ों की रक्षा करने का विचार अपना सकते हैं |


सुनो मेरी कहानी - Listen my story


सुनो मेरी कहानी


आओ बच्चो । मेरी छाया में आकर खेलो। तुम्हें देखकर मुझे बड़ी प्रसन्नता होती है। मैं तुम्हें अपनी कहानी सुनाता हूँ।


देखो मेरे तीन हिस्से होते हैं, पहला पत्ते और टहनिया,

दूसरा तना और तीसरा जड़ें। मैं जड़ों से पानी घूस लेता हूँ। पत्तो के जरिए मैं हवा में सांस लेता है। मेरे कई भाई है

जिनके नाम हैं बरगद, पीपल, आम, इमली, आबनूस, कटहल, देवदार आदि।


आदमी मुझे तोड़ता है, मुझे काटता है। परंतु उसकी भलाई

के लिए मैं वह सब बर्दाश्त करता हूँ। मुझे काटकर यह अपना घर बनाता है, तरह-तरह के उपकरण बनाता है।


कुछ पेड़ों की लकड़ियां जलाने के काम आती हैं। मैं सभी

को अपनी छाया देकर उनकी थकावट दूर करता हूँ।

बच्चे मुझपर पत्थर फेंकते हैं, पर मैं उन पर गुस्सा नहीं करता। उन्हें अपने फल खिलाता हूँ। कुछ नटखट लड़के मेरे तने में अपना नाम खोदते हैं। उस समय मुझे पीड़ा होती है।

लेकिन मैं कुछ नहीं बोलता। चुपचाप सह लेता हूँ।

इस तरह क्या बच्चे क्या बड़े, मैं सब का काम आता हूँ।



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