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एक जंगल में एक चिड़िया रहती थी । उसने एक पेड़ की डाल पर अपना एक घर बसाया था । वह और उसके बच्चे उस घर में रहते थे । अचानक बारिश का मौसम आ गया और बहुत तेज़ बारिश होने लगी । चिड़िया बेचारी कहीं बाहर नहीं निकल पा रही थी । एक दिन रात को बहुत तेज़ हवाएं चलने लगी जिसकी वजह से चिड़िया का घर कहीं दूर जाकर गिर पड़ा ।
चिड़िया और उसके बच्चे बारिश में पूरी तरह से भीग चुके थे । टुनी चिड़िया को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करें ? फिर चिड़िया ने अपने बच्चोंको लेकर पास ही रहने वाले एक कव्वे के घर गई और उसके घर का दरवाजा खटखटाया ।
टुनी चिड़िया बोली : कव्वा जी, क्या तुम्हारे घर में हमें थोड़ी देर के लिए जगा मिलेगी ? बारिश के कारण मेरा घर उड़ गया है । मेरे बच्चे बारिश में भीग रहे हैं । दरवाज़ खोलो ।
तो कव्वा बोला: मैं क्या करूंगा दरवाज़ खोल के ?
टुनी चिड़िया बोली : बारिश के रुकने तक हम तुम्हारे घर में रुकेंगे । दरवाज़ खोलो । मेरे बच्चे बहुत कांप रहे हैं ।
कव्वा बोला : मेरे बच्चे भी अभी अभी सोए हैं । अगर मैं दरवाजा खोल दूंगा तो ठंडी हवा की वजह से जाग जाएंगे । मैं दरवाज़ा नहीं खोल सकता ।
इस तरह उस कव्वा ने जवाब दिया और दरवाजा भी उसने नहीं खोला । बेचारी चिड़िया अपने बच्चों को लेकर वहां से चली गई । कुछ दिन गुजरने के बाद, एक दिन किसीने चिड़िया के घर का दरवाजा खटखटाया ।
चिड़िया पूछी : कौन है ?
कौवा बोला : चिड़िया मैं कौवा बोल रहा हूं । मेरा घर बारिश और हवा की वजह से टूट चुका है । मेरे बच्चे बारिश में भीग रहें हैं । दया करके दरवाजा खोलो । आज की रात हम तुम्हारे घर में रुकेंगे ।
चिड़िया बोली : ठीक है कव्वा जी । आप अंदर आ जाओ । यह कहकर चिड़िया ने अपने घर का दरवाजा खोला और फिर कव्वे ने अपने बच्चों को लेकर अपने पंखों में छुपा कर सुला दिया । कुछ दिन पहले चिड़िया के साथ किए बर्ताव कौवे को याद आया और वह बहुत शर्मिंदा हो गया ।
कौवा बोला : मुझे माफ कर दो चिड़िया । इसी हालात में जब तुम मेरे पास आई थी, तब तुम्हें मैंने मेरे घर में आने नहीं दिया और ना ही दरवाजा खोला था, लेकिन तुमने मेरे बच्चों को और मुझे अपने घर में जगह दी । तुम्हारा यह एहसान मैं अपनी जिंदगी में कभी नहीं भूलूंगा ।
चिड़िया बोली : कोई बात नहीं कव्वाजी, जब तक आप अपना नया घर नहीं बना लेते, तब तक यहीं रुक जाओ, क्योंकि मैं बहुत अच्छी तरह जानती हूं कि ऐसी परिस्थिति में कैसा होता है । आप बिल्कुल चिंता मत करो ।
कव्वे ने कहा : चिड़िया तुम कितनी अच्छी हो मैने तुम्हारी कोई मदद नहीं की लेकिन फिर भी तुमने मेरा पूरा साथ दिया, आज से मैं तुम्हारा अच्छा दोस्त बन कर रहूंगा और हर मुश्किल वक्त में साथ दूंगा ।
इस तरह कव्वा और टूनी चिड़िया एक दूसरे के अच्छे दोस्त बन गए । कौवा की चिड़िया को सहायता ना करने के बावजूद भी चिड़िया ने कव्वे की पूरी मदद की, अपनी अच्छाई साबित कर दी ।
इसलिए बच्चों हमारी मदद करने वाले की ही नहीं, बल्कि हमारी मदद ना करने वाले की भी हमें मदद करनी चाहिए । तभी वह हमारा भी साथ देते हैं । आपको पता है कि प्यार वह चीज है जो गुस्सा और नफरत को भी प्यार में बदल देती है । अगर हम किसी की मदद नहीं करेंगे तो हमारी भी कोई मदद नहीं करेगा क्योंकि हर कोई चिड़िया के जैसा अच्छा मनवाला तो नहीं होता ।
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