12 बच्चों की माँ | Hindi Kahaniyan | 12 Bacchon ki Maa | Hindi Moral Story

काशीपुर के 1 छोटे से गाँव में 1 औरत रहती थी । जिसका नाम अनुष्का था । उसके शादी को पूरे पंद्रह साल हो गए लेकिन उसको अभी तक संतान का सुख नहीं मिला था । यह बात उसे और उसके पति आकाश को अन्दर ही अन्दर खाती थी । उनके पास हर खुशी थी लेकिन संतान न होने का उन्हें बड़ा दुःख था ।


 वो हर सोमवार को मंदिर में जाकर चढ़ावा करते, गरीब अनाथ बच्चों को खाना खिला देते, ताकि उनकी सेवा करके भगवान उन पर प्रसन्न हो और उन्हें भी संतान का सुख मिले । ये सब मंदिर पर बैठी 1 बूढ़ी औरत हर सोमवार को उनको मेहनत करते देखा करती ।


 1 दिन वो बूढ़ी औरत उन दोनों को रोक लेती है और उन दोनों से कहती है बेटा कई साल पहले की बात है, जब तुमने अपनी 1 जमीन खरीदी थी और उस पर अपने लिए मकान बनवाया था, लेकिन उस जमीन पर 1 सांप रहता है । जिसके कुछ बच्चे भी थे और जब मकान का काम शुरू कर पाया गया तो उस सांप का बिल बंद हो गया । वो वहीं अपने बच्चों के साथ वहीं मर गया, उसके बाद उसने तुम्हें बद्दुआ दी थी कि तुम्हें कोई संतान न हो ।


 ये 1 बद्दुआ है बेटा । इसका 1 तोड़ है अगर सोने की सुनहरी गाय की पूजा करो तो तुम माँ बन सकती हो । आकाश और अनुष्का उस बूढी औरत की बात सुन कर अचंभित हो जाते हैं । अगले ही दिन से वो दोनो सुनहरी गाय की पूजा करने लगते हैं । पूजा करते करते दोनों को 1 साल हो जाता है, लेकिन उन्हें पूजा का कोई रिजल्ट नहीं मिलता ।


 1 दिन आकाश और अनुष्का रास्ते से आ रहे थे, तभी अचानक उनकी कार का 1 छोटा सा एक्सीडेंट हो गया । दोनों बेहोश हो गए । कुछ लोग उन्हें उठाकर हॉस्पिटल में एडमिट कर देते हैं । आकाश को तो केवल सर पर हल्की सी चोट थी, इसलिए वो जल्दी से होश में आ जाता है । 


दूसरी तरफ अनुष्का के सर पर थोड़ी ज्यादा चोट आ गयी थी । तभी थोड़ी देर बाद डॉक्टर आकाश के पास आते हैं और मुस्कुरा कर कहते हैं : मुबारक हो आकाश जी, आपकी वाइफ प्रेग्नेंट हैं और आज से आपको उनका अच्छे से ध्यान रखना होगा । 


जब आकाश सुनता है तो खुशी के मारे पागल हो जाता है । पूरे हॉस्पिटल में मिठाई बंटवाता है । जब अनुष्का की हालत ठीक होती है तो उसे घर ले जाता है और उसकी खूब सेवा करता है उसको किसी भी चीज की कोई कमी नहीं छोड़ता । धीरे धीरे 9 महीने बीत जाते हैं और अनुष्का का पेट तो हदसे ज्यादा बड़ा हो जाता है । इस बात से अनुष्का आकाश दोनो ही बड़े परेशान थे । 1 दिन अचानक ऐसे ही अनुष्का को बहुत तेज पेट में दर्द हुआ । आकाश ने तुरंत एम्बुलेंस को कल किया । अनुष्का को एम्बुलेंस लेकर गयी, अनुष्का की हालत देख कर तो डॉक्टर भी घबरा गए, उसे तुरंत ओ पी डी में ले गए । पूरे 1 घंटे बाद डॉक्टर आकाश के पास आए और उसे कहने लगे : यह तो चमत्कारी हो गया । 


मानव जैसे जिंदगी में मैंने ऐसा चमत्कार देखा ही न हो । आपकी बीवी प्रेग्नेंट ही नहीं हुई है लेकिन आज उनके पूरे 12 बच्चे हुए है । पाती कहता है: क्या? क्या? आप पागल हो गए हो । 12 बच्चे हैं । ऐसा कैसे हो सकता है । डॉक्टर मेरी बीवी को 12 बच्चे हुए है ये कैसे हो सकता है । डॉक्टर कहता है: ऐसा ही हुआ है मिस्टर । आप चाहे तो अपनी बीवी और अपने बच्चे से मिल सकते हैं । 


आकाश तुरंत अपनी बीवी और अपने बच्चों से मिलने जाता है । वहाँ 12 बच्चों को देखता है तो अचंभित रह जाता है । तभी 1 रौशनी आती है । उस रौशनी में से सोने की सुनहरी काई आती है और उनसे कहती है : मैंने अपनी बद्दुआ से तुम्हें मुक्त कर दिया । उस साल के पुरे 12 बच्चे थे और तुम्हारी बीवी ने 12 बच्चों को जन्म दिया । आज से तुम्हे इन सब की अच्छे से देखा करनी है । अनुष्का और आकाश को समझ जाते हैं और हाथ जोड़ कर सोने की सुनहरी काय का शुक्रिया अदा करते हैं और उन 12 बच्चों की बहुत अच्छे से परवरिश करते हैं और खुशी खुशी रहने लगते हैं।


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